सर्वपितृ तर्पण एक अत्यंत पवित्र वैदिक अनुष्ठान है, जो विशेष रूप से पितृ पक्ष की अमावस्या को किया जाता है। यह अनुष्ठान सभी पितरों (पूर्वजों) की आत्मा की तृप्ति एवं पितृ दोष निवारण के लिए समर्पित है। जब किसी कुल के पितरों की आत्मा असंतुष्ट होती है या उनके श्राद्ध व अंतिम संस्कार विधिवत रूप से नहीं किए गए होते, तो पितृ दोष उत्पन्न होता है। इसका असर जीवन में बार-बार असफलताओं, विवाह में विलंब, संतान सुख की कमी, आर्थिक संकट और पारिवारिक अशांति के रूप में सामने आता है।
इस पूजा में तर्पण — जल, तिल और कुश के माध्यम से पितरों को अर्पण आत्मा की उन्नति कराता है और पितरों को शांति प्रदान करता है।
इस अनुष्ठान की विशेषताएँ
🔸 तिल, जल और कुश से सर्वपितृ तर्पण अर्पित किया जाता है।
🔸 वैदिक मंत्रोच्चार और श्लोकों द्वारा पितरों को आह्वान एवं तृप्ति दी जाती है।
🔸 यह पूजा उज्जैन के पवित्र शिप्रा नदी घाट पर, अनुभवी और योग्य ब्राह्मणों द्वारा शुद्ध वैदिक विधियों से की जाती है।
सर्वपितृ तर्पण के लाभ
🔹 पितृ दोष निवारण – पूर्वजों के कर्म ऋण समाप्त होकर उनकी आत्मा को शांति मिलती है।
🔹 पारिवारिक सामंजस्य – घर की नकारात्मक ऊर्जा और कलह दूर होकर प्रेम और एकता बढ़ती है।
🔹 आर्थिक व स्वास्थ्य सुधार – रुकावटें, रोग और आर्थिक संकट समाप्त होते हैं।
🔹 आध्यात्मिक उन्नति – मन की शांति और आत्मिक शक्ति प्राप्त होती है।
🔹 पितरों का आशीर्वाद – पूर्वजों की कृपा से जीवन में सफलता और उन्नति मिलती है।
🔹 मोक्ष की प्राप्ति – यह अनुष्ठान पितरों को मुक्ति की दिशा में अग्रसर करता है।
यह पूजा कौन करवा सकता है?
🔸 जिनके जीवन में बार-बार बाधाएँ और असफलताएँ आ रही हों।
🔸 जिनके परिवार में रोग, अशांति या नकारात्मक ऊर्जा हो।
🔸 विवाह, संतान या करियर में विलंब हो रहा हो।
🔸 जो श्राद्ध पक्ष की अमावस्या पर पितरों को श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहते हों।
🔸 जो अपने पूर्वजों को भक्ति और श्रद्धा से सम्मानित करना चाहते हों।
अनुष्ठान की सुविधा
🔸 यह पूजा उज्जैन के पवित्र शिप्रा नदी घाट पर की जाती है।
🔸 पूजा पूर्ण होने के 24–48 घंटे बाद उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेज दी जाएगी।
"Pandit ji will perform pooja on your name and gotra along with the sarv Pitra. Any add on will be offered with your name. A video of the Pooja will be shared on your WhatsApp no. after the Pooja completion."